भूमिका की गांड चुदी बस में

अंकल : बहुत ध्यान दिया है मैंने अपने आप पर और क्या तुम जिम जाती हो?

में : जी हाँ कभी कभी

अंकल : तुम भी दिखने में बहुत सुंदर हो।

फिर कुछ टाईम के लिए में भूल ही गयी कि वो मुझसे करीब 30 साल बड़े हैं।

में : धन्यवाद अंकल.. लेकिन क्या आपको लगता है में और अच्छी कैसे दिख सकती हूँ?

अंकल : हाँ मुझे कुछ एक्सर्साईज़ पता है.. लेकिन मेरे बताने पर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा।

में : प्लीज़ मुझे बुरा नहीं लगने वाला मुझे अपने पर विश्वास है।

अंकल : क्यों?

में : क्योंकि में बहुत फ्रॅंक हूँ।

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अंकल : ठीक है तो फिर तुम मुझे ड्राईवर के पास तक चलकर दिखाओ।

में : क्या? लेकिन क्यों?

अंकल : प्लीज चलो ना मुझे देखना है तुम्हारा फिगर कैसा है।

तो मेरे चेहरे पर एक शैतानी स्माईल आ गयी और एक कहा कि ठीक है।

अंकल : अरे में तभी तो बता पाउँगा कि कौन सी एक्सर्साईज़ करनी है।

तो में अपनी सीट से उठी और अंकल की तरफ गांड करके निकलने लगी..

निकलते टाईम मेरी बड़ी गांड उनकी पेंट पर रगड़ गयी और शायद उन्होंने ऐसा जानबूझ कर किया था।

तो में बहुत खुश थी और अपनी गांड नॉर्मल से ज़्यादा मटकाते हुए ड्राईवर के पास जाकर..मैंने पूछा कि हम लंच के लिए कब रुकेंगे?

ड्राईवर : अभी तो बहुत टाईम है मेडम आप थोड़ा और आराम कर लो सो जाओ जब हम रुकेंगे आपको खबर कर देंगे।

में : ठीक है.. धन्यवाद।

फिर में अंकल की तरफ आते टाईम अपने बूब्स को फुलाकर चलने लगी।

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मेरी साँसे तेज़ थी क्योंकि सब लोग मुझे ही देख रहे थे और में अंकल के पास आकर चुपचाप बैठ गयी और में अपनी विंडो सीट पर पहले की तरह जब अंकल की तरफ गांड करकर निकल रही थी …

तो इस बार उन्होंने सीट पर सीधा होने के बहाने मेरे चूतड़ के बीच अपने लंड से एक ज़ोरदार झटका मार दिया।

में : ओउउक्च्छ।

अंकल : ओह मुझे माफ़ करना।

में : जी नहीं सब ठीक है।

अंकल : मुझे चलकर दिखने के लिए धन्यवाद और मैंने अच्छे से देखा और अब में बता सकता हूँ कि तुम्हे कौन सी एक्सर्साईज़ करनी चाहिए।

में : अच्छा आपको धन्यवाद.. प्लीज बताइए।

अंकल : ऐसे नहीं और उन्होंने एक पेपर और पेन निकाला और धीरे से कहा कि.. तुम बहुत सुंदर और सेक्सी फिगर वाली लड़की हो.. लेकिन तब उन्होंने उस पेज पर नंगी लड़की की फोटो बनाई एक आगे की तरफ और एक पीछे की तरफ।

तो में आँखें फाड़कर अंकल की और देख रही थी।

अंकल : तो भूमिका अरे तुम इस फोटो की तरफ ध्यान दो।

में : लेकिन।

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अंकल : तुम कुछ भी मत सोचो और अगर तुम चाहती हो कि में तुम्हारी मदद ना करूं तो ठीक है।

में : अरे नहीं यह सब ठीक है प्लीज़ आप मेरी मदद करो।

तो अंकल ने फिर फोटो के ऊपर मेरा नाम लिखा और कहा कि यह तुम हो और उन्होंने फोटो के होंठ, बूब्स, गांड और कमर पर गोले बना दिए।

में : यह क्या है?

अंकल : यह वही जगह है जहाँ पर तुम कुछ कर सकती हो।

तो में उन्हें बड़े ध्यान से सुन रही थी। तभी अंकल ने इधर उधर देखा और उन्हें लगा कि हमे कोई नहीं देख रहा है तो उन्होंने झट से अपनी ज़िप खोली और अपना लंड बाहर निकाल लिया।

तो मेरा मुहं पूरा खुला का खुला रह गया और में उनके मोटे और झुर्रियों वाले आधे खड़े लंड को घूर रही थी।

अंकल : देख क्या रही हो? तुम्हारी पहली एक्सर्साईज़ है क्या तुम्हे तुम्हारे पतले होंठ को मोटा बनाना है?

में : क्या? कहीं आप पागल हो गये हो?

तो में उन्हें बहुत चकित हो कर देख रही थी।

अंकल : देख भूमिका में तेरी मदद ही तो कर रहा हूँ आजा चूस ले मेरा लंड।

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में : यह किस टाईप की मदद है?

अंकल : जल्दी से आजा मेरी स्वीटहार्ट.. में जानता हूँ कि तुम मुझे पसंद करती हो।

फिर मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था और लंड देखकर मेरे मुहं में तो पानी आ रहा था.. लेकिन यह मुझे बहुत ग़लत लग रहा था।

अंकल ने तभी मेरे होंठ पर हल्के से स्मूच दे दिया। बस उस स्मूच के बाद तो में उनकी दीवानी हो गयी।