मेरी सुहागरात एक कॉल गर्ल के साथ Sex Story Hindi – SexKahanni.COM

मैंने कहाँ मना करना था, मैंने पार्टी के लिए हामी भर दी।हम 5 दोस्त थे। पार्टी की जगह आदिल के घर पर तय हुई क्योंकि उस दिन उसके घर में कोई नहीं था, यह हमारे लिए अच्छा था।हम सब यार दोस्त घर वालों से चोरी चोरी सिगरेट और शराब का शौक फरमा लेते थे इसलिए प्रोग्राम यह बनाया कि आदिल के घर सारी रात पार्टी करेंगे और अगर किसी को ज़्यादा हो गई तो वहीं पर सो जाएँगे।पार्टी के लिए हम सबने 1000/- प्रति मेम्बर डाले। मुझे हैरानी हुई क्योंकि तब से पहले तो हम सब 500/- प्रति मेम्बर डालते थे।मैंने आदिल से पूछा तो वो बोला- तेरे लिए सर्प्राइज़ गिफ्ट है।मुझे बड़ी हैरानी हुई, पर सोचा कि चलो देखते हैं, क्या सर्प्राइज़ गिफ्ट है।तय तारीख पर हम सब आदिल के घर पहुँच गए, शाम को केक काटा, उसके बाद सबने बीयर शुरू कर दी, नाच गाना शुरु हुआ, हम पाँचों बहुत खुश थे, मगर गिफ्ट मुझे किसी ने नहीं दिया। मैं भी सोच रहा था कि यार ऐसा कौन सा गिफ्ट है, जो अभी तक नहीं दिया।
खैर 9 बजे तक हमने खाना भी खा लिया। उसके बाद सबने बैठ कर फिल्में देखनी शुरू कर दी, साथ-साथ बीयर भी चल रही थी।
सब के सब पूरे सुरूर में थे, तब आदिल बोला- देखो भाई लोग आज हमारे प्यारे दोस्त, चूतिया नंबर 1, श्री श्री राजीव कुमार जी का जन्मदिन है, आज से 18 साल पहले इसकी माँ ने जोरदार चीख मार कर सारी दुनिया को बताया था कि उसने हिंदुस्तान की आबादी में एक और इजाफा कर दिया। आज हम सब यहाँ पर इसका चूतियापा करने के लिए इक्कठे हुए हैं। मगर क्योंकि आज के दिन इसने धरती को ग्रहण लगाया था, इसी खुशी में आज हम इसको एक सर्प्राइज़ गिफ्ट देंगे, मगर बदले में इसे भी कुछ देना पड़ेगा। बोल बे घोंचू… तू क्या देगा।

मैं हैरान था कि यह क्या बात हुई, कि गिफ्ट लेने के लिए कुछ देना भी पड़ेगा, मैं बोला- मैं क्या दे सकता हूँ।
आदिल बोला- चल ऐसा कर, आज तू हमे अपनी इज्ज़त दे दे।
मैंने भी फिल्मी स्टाइल जोरदार चीख मारी- नहीं….!!!!!
तो आदिल बोला- भोंसड़ी के, अभी तो तेरे अंदर घुसा भी नहीं और तू चीख भी पड़ा, पहले तेरी फटने तो दे!
सब हंस रहे थे।
मैंने कहा- तो बोलो, क्या चाहते हो?मैंने भी ब्लाईंड खेली।
‘अबे तू तो सच में चूतिया है, साला एकदम से तैयार हो गया, चल ठीक है आज तेरी इज्ज़त ही उतारेंगे।’
मुझे थोड़ा डर भी लगा, साले हैं तो सब कमीने, कहीं सच में मेरी गाण्ड ही न मार लें।
आदिल बोला- चलो सब साथी लोग, आज सब मज़े करेंगे।
यह कह कर वो हमे अपने साथ पीछे वाले बेडरूम के पास ले गया- अब सब सुनो, सब अपने आप पर काबू रखें, बारी बारी सब एंजॉय करेंगे, इस बेडरूम में आज राजीव भाई की इज्ज़त लुटने वाली है।
यह सुन कर मेरी थोड़ी और फट गई मगर मैं फिर भी उनके बीच खड़ा मुसकुराता रहा।
जब आदिल ने कमरे का दरवाजा खोला तो हम सबकी तो बांछें खिल गई। कमरे में बेड पर एक 35-36 साल की औरत बैठी थी।हम सब आपस में खुसर फुसर करते एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते हुये अंदर दाखिल हुए।हमारे अंदर आते ही वो औरत उठ कर खड़ी हो गई, अच्छी ख़ासी हेल्दी औरत थी, पंजाबी चूड़ीदार सूट में वो सुंदर दिख रही थी, लो कट गले में से उसका छोटा सा क्लीवेज दिख रहा था।
आदिल बोला- क्यों भाई, बर्थडे बॉय, लुटवायेगा इज्ज़त अपनी?
मैंने भी खुशी से कह दिया- अगर ये लूटेंगी तो ज़रूर लुटवाऊँगा।
वो भी बड़े प्यार से बोली- मैं आपकी इज्ज़त नहीं लूटूंगी। हम सिर्फ प्यार करेंगे।
मुझे उसकी आवाज़ भी बड़ी प्यारी लगी। हम सब उसके आस पास बेड पर बैठ गए।
आदिल ने उससे कहा- सिमरन थोड़ा थोड़ा प्रसाद तो बाँट दो सबको।
मुझे बड़ी हैरानी हुई कि यह कौन सा प्रसाद बांटेगी सबको।
‘शुरुआत बर्थडे बॉय से करूँ?’ उसने पूछा, तो सबने ‘हाँ हाँ’ कह दिया।जैसे हम सब उसको चारों तरफ से घेर कर बैठे थे, वो बस थोड़ा सा उठी और उठ कर मेरी गोद में आकर बैठ गई, उसने अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रख दिया और मेरा एक हाथ पकड़ के अपने बूब पे रखा और खुद दबाया, बेशक उसने दबाया पर ज़िंदगी में पहली बार किसी औरत का बूब दबाने का मज़ा मुझे बहुत आया।
उसके बाद उसने एक हाथ मेरे सर के पीछे से घुमाया और मेरे होंठों को अपने होंठों से लगा कर एक भरपूर चुम्बन दिया।सच कहता हूँ, उसके बूब की नरमी और उसकी लिपस्टिक का टेस्ट और पहली बार किसी औरत के स्पर्श ने मेरे तो रोंगटे खड़े कर दिए, मेरे दिल की धड़कन बढ़ गई, मेरे चेहरे और कानों से जैसे गर्मी बाहर निकलने लगी।करीब 10 सेकंड तक उसने मेरे होंठ चूसे और फिर बोली- दोनों को पकड़ के दबाओ!
मैंने अपने दोनों हाथों में उसके दोनों बूब्स पकड़े और दबाये, वाह क्या एहसास था।
‘मज़ा आया?’ वो बोली।
‘बहुत, आप पहली औरत हो जिसके बदन को मैंने ऐसे टच किया है।’
वो मुस्कुराई, उठी और एक एक करके सबको वैसे ही चुम्बन का प्रसाद देती हुई आदिल तक पहुँची- तुझे भी प्रसाद दूँ क्या, तू तो पहले भी कई बार सारे का सारा भोग लगा चुका है।
आदिल हंस कर बोला- मेरी जान, मैं तो सबसे आखिर में अपनी गेम खेलता हूँ, इन बच्चों को मर्द बना दे आज, मेरे सिवा किसी ने औरत के साथ सेक्स नहीं किया है, सबके सब कुँवारे हैं।

वो बोली- कोई बात नहीं, मैं आज आप सब को ज़िंदगी का वो एहसास करवाऊँगी जिसे आप सारी उम्र नहीं भूल सकते।
फिर आदिल बोला- तो चलो भाई अपन सब बाहर चलते हैं, पहली बैटिंग राजीव की उसके बाद एक एक करके सब खेलेंगे।
सब बाहर चले गए और हम दोनों अंदर रह गए। मेरा दिल बड़ी ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था। वो दरवाजे की कुंडी लगा कर वापिस आई और मेरे सामने ही बेड पर बैठ गई, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इससे क्या बात करूँ।  मेरी सुहागरात एक कॉल गर्ल के साथ
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